नई दिल्ली, 22 जून (लोक पक्ष) Lok Paksha। भाजपा ने दिल्ली सरकार पर टीकाकरण अभियान को लेकर गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि सोमवार से केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के लिए निःशुल्क टीकाकरण अभियान शुरू किया है। इसे लेकर सभी राज्यों में उत्साह है। पहले दिन देश में 86 लाख लोगों को टीका लगाया गया। अन्य राज्यों में भी इसे लेकर उत्साह है। इसके विपरीत दिल्ली में मात्र 76 हजार लोगों का टीकाकरण हुआ। जबकि दिल्ली सरकार के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 11 लाख से ज्यादा टीके उपलब्ध थे। मुख्यमंत्री को इसका कारण बताना चाहिए।
प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी तक टीकाकरण पर प्रश्न खड़ा कर रहे थे। अब केंद्र सरकार मुफ्त टीका उपलब्ध करा रही है तो मुख्यमंत्री पंजाब चले गए। इससे पता चलता है कि वह कोरोना से लड़ाई को लेकर गंभीर नहीं हैं। उनका ध्यान दूसरे राज्यों में राजनीतिक विस्तार पर है। जब उन्हें इस अभियान को सफल बनाने के लिए दिल्ली में होना चाहिए था तो वे पंजाब चले गए। स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रमि पंक्ति के कर्मचारी और 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगाने में दिल्ली बहुत पीछे है। जनवरी से मार्च तक दिए गए टीके का सही तरह से प्रयोग नहीं हुआ।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि अप्रैल तक 1.82 लाख टीके बराबद हो गए। मुख्यमंत्री ने सभी स्कूलों में टीकाकरण केंद्र खोलने की बात कही थी लेकिन मुश्किल से एक हजार केंद्र खोले गए हैं। उन्होंने उपराज्यपाल से टीकाकरण काम का दिल्ली सरकार से लेकर नगर निगमों को दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार के टीकाकरण अभियान को विफल करने की साजिश रच रही हैं।
प्रदेश भाजपा के महामंत्री कुलजीत सिंह चहल ने दिल्ली में हो रहे टीकाकरण की आडिट कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि आक्सीजन की तरह टीक की खुराक जमा कर कालाबाजारी करने की साजिश रची जा रही है। जब सभी राज्य टीकाकरण अभियान का उत्सव मना रहे थे। उस समय मनीष सिसोदिया प्रेस वार्ता कर यह भ्रम फैला रहे थे कि केंद्र टीका उपलब्ध नहीं करा रहा है। जबकि यहां 11 लाख से ज्यादा टीके उपलब्ध थे।

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